बुलेट बाइक पर मॉडीफाई साइलेंसर लगाने वालों के विरुद्ध यातायात पुलिस ने की कार्यवाही

बुलेट बाइक पर मॉडीफाई साइलेंसर लगाने वालों के विरुद्ध यातायात पुलिस ने की कार्यवाही

सिंगरौली एक दर्जन से अधिक बुलेट बाइक पर मॉडीफाई साइलेंसर लगाने वालों के विरुद्ध यातायात पुलिस ने की कार्यवाही। श्रीमती निवेदिता गुप्ता(भापुसे) पुलिस अधीक्षक महोदय सिंगरौली के निर्देशन एवं श्री शिव कुमार वर्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिगरौली एंव श्री पी.एस. परस्ते सीएसपी विन्ध्यनगर के मार्गदर्शन में की जा रही कार्यवाही।

कार्यवाही – पुलिस अधीक्षक महोदय सिंगरौली  के मार्गदर्शन  में तेज आवाज में चलने वाले बुलेट चालकों के विरुद्ध कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये है। जिसके पालन में दिनांक 07.06 2024 को शहर के विभिन्न स्थानों पर यातायात पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग लगाकर 13 बुलेट मोटरसाइकिल जिसमे मॉडिफाई साइलेंसर लगवा कर शहर के अंदर तेज आवाज में चलने वाले चालकों के विरुद्ध चलानी कार्यवाही के साथ मॉडीफाई सांइलेसर निकलवाने की कार्यवाही की गई।

प्रायः यह देखने में आ रहा है कि बुलेट चालकों द्वारा बुलेट के ओरिजनल साइलेंसर निकलवाकर उनकी जगह मॉडीफाई साइलेंसर लगवा रहे है। यातायात पुलिस सभी से अपील करती है कि अपने बुलेट की आवाज साइलेंसर नार्मल रखे  अन्यथा बुलेट राजा बनना महंगा पड़ेगा।ट्रैफिक नियम के अनुसार आबादी वाले क्षेत्र में बुलेट के साइलेंसर से निकलने वाली आवाज को 55 से 60 डेसिबल तक सामान्य माना जाता है और किसी भी बाइक से निकलने वाली आवाज 60 डेसिबल से कम ही होनी चाहिए, लेकिन जब साइलेंसर बदलते हैं तो बाइक की आवाज 100 डेसिबल से भी ज्यादा का ध्वनि प्रदूषण करती है, जो गैरकानूनी है।

ट्रैफिक नियम के अनुसार आबादी वाले क्षेत्र में बुलेट के साइलेंसर से निकलने वाली आवाज को 55 से 60 डेसिबल तक सामान्य माना जाता है और किसी भी बाइक से निकलने वाली आवाज 60 डेसिबल से कम ही होनी चाहिए, लेकिन जब साइलेंसर बदलते हैं तो बाइक की आवाज 100 डेसिबल से भी ज्यादा का ध्वनि प्रदूषण करती है, जो गैरकानूनी है।

जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में इनफिल्ड व अन्य कंपानियों के बुलेट मोटरसाईकल में कंपनी की ओर से लगाये गए मानक ध्वनि सीमा के साइलेंसर को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा बुलेट के साइलेंसर के साथ छेड़छाड़ व माडिफाई करते हुये उसकी ध्वनि को तेज व कर्कश करते हुये तेज गति से सड़क पर चलाया जा रहा है। इससे बुलेट चालको द्वारा ध्वनि प्रदूषण फैलाने के साथ-साथ आम राहगीरो को परेशानी में डाला जा रहा है। इस प्रकार की कर्कश आवाज से दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है। जिस क्षेत्र की सड़क पर ऐसे कर्कश ध्यनि वाले साइलेसर से निकलने वाली आवाज के बुलेट व वाइक मिलती है तो ऐसे चालकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए और ध्वनि प्रदूषण व मोटर व्हीकल अधिनयम की धाराओं तहत कार्यवाही की जावेगी।

सराहनीय भूमिका– निरी. आर.पी. मिश्रा, सउनि सुरेश शुक्ला, सउनि शिवेन्द्र सिंह, सउनि कुंजलाल पटेल, सउनि अरुण पटेल एवं समस्त यातायात स्टॉप की सराहनीय योगदान रहा।

रिपोर्ट – विनोद सिंह, सिंगरौली

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