सिंगरौली भारतीय न्याय संहिता एवं साइबर क्राइम के संबंध में जागरूकता संगोष्ठी की गई आयोजित। कार्यक्रम का सूचना एवं संचार प्रौदयोगिकी आज हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बन गया है, इसने हमारे जीवन मे दोस्तो के साथ जुडने, नौकरी खोजने, जीवन साथी खोजने, व्यवसाय चलाने, खेल खेलने, शापिंग करने इत्यादि के तरीके बदल दिया है, अब हर किसी की पहुंच सायबर स्पेस तक हो गई है, जो दुनिया भर मे लगभग करोडो आनलाईन उपयोगकर्ताओ को जोडता है साइबर स्पेस के बढते उपयोग ने हमे साइबर क्राइम की ओर धकेल दिया है, हमारे द्वारा डिजटल जीवन के प्रबंधन में मामूली चूक व लापरवाही साइबर अपराधियों के लिये दरवाजे खोल सकती है, और इससे हमे वित्तीय नुकसान, प्रतिष्ठा का नुकसान एवं मानसिक उत्पीडन हो सकता है, जिसमे बेहद सतर्कता एवं सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
आज इस डिजिटल दुनिया मे कितने लोग प्रतिदिन साइबर क्राइम के अपराधियों का शिकार हो रहे है, इसी ज्वलंत बिषय पर आज दिनांक 10-08-2024 को आफिसर क्लब नार्दन कोल फील्ड लिमिटेड अमलोरी क्षेत्र मे भारतीय न्याय संहिता एवं साइबर क्राइम के संबंध में जागरूकता संगोष्ठी आयोजित की गई।
उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे पुलिस अधीक्षक, महोदया श्रीमती निवेदिता गुप्ता जिला सिंगरौली , थाना प्रभारी नवानगर डॉ० ज्ञानेन्द्र सिंह एवं एनसीएल अमलोरी के महा प्रबंधक श्री आलोक कुमार, श्री गौरव बाजपेयी, स्टाफ अधिकारी, श्री प्रधान टुडू स्टाफ अधिकारी, श्री संतराम क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी, श्री डी पी पटेल जेसीसी सदस्य, श्री निरंजन सिंह जेसीसी सदस्य, श्री रवि विष्वकर्मा जेसीसी सदस्य, श्री आर पी सिंह सुरक्षा अधिकारी सहित एनसीएल अमलोरी के लगभग 50 अधिकारी/कर्मचरी एवं डीएव्ही स्कूल अमलोरी एवं सरास्वती शिशु मंदिर अमलोरी के हाई स्कूल के लगभग 50 बच्चे उपस्थित रहे।
उक्त साइबर क्राइम जागरूकता कार्यक्रम मे पुलिस अधीक्षक, श्रीमती निवेदिता गुप्ता द्वारा बताया गया कि वर्तमान मे प्रचलित साइबर क्राइम साइबर अपराधियो द्वारा वाइस चेन्जर अप्लीकेशन का उपयोग, ई-केवाईसी, डिजिटल आरेस्ट, साइबर आरेस्ट, एयरपोर्ट मे फर्जी पार्सल बताकर ठगी करना, क्रेडिट कार्ड रिवार्ड प्वाइंट, मूवी रेटिंग देकर पैसे कमाना, एटीएम ब्लाक, बिजली बिल होल्ड, वर्कफ्राम होम जाब, पेटीएम फ्राड, न्यूड व्हाटसअप काल, ओटीपी शेयर करना, फोटो मार्फ ब्लैक मेल, आदि के बारे में विस्तार से लोगो को जानकारी दी गई।
साइबर क्राइम से जुडे हुये हेल्पलाईन नम्बर 1930 एवं मेल WWW.cybercrime.gov.in के उपयोग के बारे में विस्तार से बताया गया, साथ ही नये कानून मे क्या जुडा है, क्या हटाया गया है, इस सम्बध मे विस्तार से बताया गया। पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा बताया गया कि साइबर क्राइम से सम्बधित जागरूकता कार्यक्रम सम्पूर्ण जिले मे थाना स्तर पर जगह-जगह आयोजित किये जायेगे।