सोनभद्र प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा सार्वजनिक भूमि व तालाबों से कब्ज़ा हटाने का जहाँ सख्त निर्देश दिया गया है वही जनपद सोनभद्र के अनपरा नगर पंचायत की उदासीनता से औड़ी मोड़ स्थित आदर्श नगर का प्राचीन तालाब लगातार अतिक्रमण का शिकार होता जा रहा है जिससे तालाब का जहाँ अस्तित्व खतरे मे पड़ गया है वही जल संरक्षण के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही अमृत सरोवर जैसी अनेक महत्वाकांक्षी योजनाओ पर सवालिया निशान लग रहा है। औडी मोड़ स्थित एकमात्र आदर्श तालाब
विलुप्त होने के कगार पर है।
आदर्श नगर पंचायत के सघन बस्ती के बीच स्थित यह तालाब राजस्व भूलेख में दो बीघा 17 बिस्वा है लेकिन मौके पर अतिक्रमण से आधे से भी कम मे रह गया है
नियमित साफ-सफाई व गंदगी फेंकने के कारण तालाब का पानी जहाँ दूषित हो गया है वही कूड़ा करकट, मिट्टी डालकर अतिक्रमण कारी पक्का निर्माण कर बड़े बड़े मकान बना लिए है।
इसी तालाब के कारण औडी मोड़ के नागरिकों को कभी भी पेयजल की किल्लत महसूस नहीं हुई लेकिन आज स्थिति यह है कि यह चारों तरफ से अवैध अतिक्रमण का शिकार होने के कारण तालाब दिन प्रतिदिन संकुचित होता जा रहा है। लोगो का कहना है कि तत्काल इसके संरक्षण के लिए यदि कदम नहीं उठाया गया तो यह तालाब सिर्फ कागजो में सिमट कर रह जायेगा। इस सम्बन्ध मे जब अनपरा नगर पंचायत की ईओ अपर्णा मिश्रा से सम्पर्क किया गया तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।
इनसेट मे :- जनसुनवाई पोर्टल की शिकायते कागजो तक सीमित अनपरा सोनभद्र तालाब के अतिक्रमण को लेकर लगातार शिकायत के बाद भी सम्बंधितो के कान पर जू तक नहीं रेंग रहा है।
जन सुनवाई पोर्टल पर 12 अगस्त 2022 को औड़ी निवासी वरिष्ठ पत्रकार व व्यवसायी अतुल शाह ने शिकायत किया था जिसका आनलाईन सन्दर्भ संख्या 40020022014173 है।
उक्त शिकायत के संबंध मे जिलाधिकारी को लिखे पत्र मे नगर पंचायत अनपरा ने यह कहते हुए शिकायत को निक्षेपित करा दिया कि तालाब के सुन्दरीकरण हेतु सम्बंधित अवर अभियन्ता को निर्देशित कर दिया गया है। शिकायत के दो वर्ष बाद भी नगर पंचायत का अवर अभियंता क्या एक चपरासी तक झाँकने नहीं गया कि तालाब का क्या हाल है एक ईट रखना तो दूर की बात है l सूत्रों की माने तो नगर पंचायत के कुछ कर्मचारी तालाब पर हो रहे अतिक्रमण का हिस्सा है।