सोनभद्र एनसीएल बीना परियोजना आवासीय परिसर मे शनिवार की रात परियोजना कर्मी और कुछ लड़को के साथ हुए विवाद मे एनसीएल बीना परियोजना प्रबंधन द्वारा एक तरफा कार्रवाई करने से जहाँ स्थानीय लोगो मे भारी आक्रोश व्याप्त है वही दूसरे पक्ष पर कार्रवाई की मांग गईं है।
बता दे कि एनसीएल बीना परियोजना मे डोजर आपरेटर के पद पर कार्यरत दीपक यादव ने आरोप लगाया था कि शनिवार की रात्रि दस बजे कुछ लोग आर्टिगा कार से उनके आवास के पास आकर हार्न बजाने लगे जिसका विरोध करने पर उन्हें मारा पीटा गया।
घटना के विरोध मे दीपक यादव और उनके साथियो सहित सम्बंधित यूनियन द्वारा अनावश्यक दबाव बनाने की मंशा से रविवार को बीना परियोजना का उत्पादन कई घंटे ठप कर दिया गया। जिसके दबाव मे आकर बीना परियोजना प्रबंधन ने बिना जांच पड़ताल किये ही जिन लोगो को दीपक यादव ने घटना का जिम्मेदार बनाया था उन्हें सस्पेंड कर दिया जो सरासर अन्याय और नियम विरुद्ध है जबकि घटना के लिखित शिकायत पर बीना पुलिस ने 10 घंटे के अंदर ही आरोपियों की गिरफतारी कर जेल भेज दिया था।
अनपरा प्रेस क्लब के अध्यक्ष दीपक सिंह ने एनसीएल के सीएमडी को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि मारपीट की घटना मे दोनों पक्ष दोषी है पर कार्रवाई एक तरफा की गई।
बिना किसी सूचना के उत्पादन को ठप कर दीपक यादव और उनके साथियो द्वारा एनसीएल को करोड़ो का नुकसान पहुंचाया गया उन पर प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की गई बल्कि घटना के समय जिन लड़को पर मारपीट का आरोप है उनके परिजनों को बिना पर्याप्त कारण और जांच टीम की रिपोर्ट के बिना ही सस्पेंड करना गलत और अन्याय पूर्ण है। जबकि हरियाणा निवासी कर्मचारियों का आये दिन विवाद करना और गुटबाजी करना आम बात है अभी हाल ही मे एनसीएल जयंत परियोजना मे कार्यरत हरियाणा निवासी कर्मचारियों ने विवाद किया था जिसका स्थानीय स्तर पर जमकर विरोध हुआ था।
करनी सेना के विरोध के बाद वह बैकफूट पर आये ठीक उसी तर्ज पर बीना परियोजना प्रबंधन पर दबाव बनाकर कार्रवाई करायी गईं है जिसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। इस सम्बन्ध मे एनसीएल के पीआरओ राम विजय सिंह का कहना है कि बीना प्रबंधन से वार्ता कर उचित कार्रवाई की जाएगी।